
About Course
द्वयमासिक प्रमाणपत्रीय पाठ्यक्रम् ।
Two Months Certification Course.
ज्योतिष शास्त्र में फलादेश की अनेकों विधियां प्रचलित हैं । जिनसे शुभाशुभ फल कथन किए जाते हैं।
जिसमें प्रमुख है होराशास्त्र जो जन्म के आधार पर अर्थात जन्म कुण्डली के द्वारा शुभाभुभ फल कथन निर्दिष्ट करता है। किन्तु सभी व्यक्ति के पास कुण्डली नहीं होती तो क्या उनके जीवन में घटनें वाले शुभाशुभ फल का विचार नहीं किया जा सकता है ? तो इसका उत्तर है — हाँ जिनके पास कुण्डली है तब भी नहीं है तब भी होराशास्त्रांतर्गत निर्दिष्ट प्रश्न शास्त्र के द्वारा व्यक्ति के जीवन में घटनें वाले सभी प्रश्नों का उत्तर (समाधान) दिया जा सकता है।
प्रश्न ज्योतिषम् नामक इस पाठ्यक्रम् में आप को प्रश्न शास्त्र के द्वारा कैसे फलादेश किए जाते हैं , कैसे प्रश्न कुण्डली बनाए जाते हैं, कैसे शकुन के द्वारा फल कथन किए जाते हैं एवं प्रश्न शास्त्र के विभिन्न सिद्धान्तों से अवगत कराया जाएगा ।
